मुख्यमंत्री ने किया नि:शुल्क कोचिंग का शुभारम्भ
दोनों स्कूल के 200 विद्यार्थियों को मिलेगा लाभ
सत्यमेव न्यूज़/खैरागढ़. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आत्मानंद में संचालित होने वाले नि:शुल्क कोचिंग का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शुभारंभ किया. इस योजना से केसीजी जिले के 200 विज्ञान और गणित के विद्यार्थियों को सीधे तौर पर लाभ मिलेगा. जिले के छात्रों को अब नीट-जेईई की कोचिंग नि:शुल्क मिलेगी. इसके लिये स्वामी आत्मानंद कोचिंग योजना शुरू किया गया है. इसमें कक्षा 12वीं के विद्यार्थियों को नि:शुल्क कोचिंग दी जायेगी. खैरागढ़ के कन्या शाला में संचालित स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल में इस कोचिंग का संचालन होगा. स्वामी आत्मानंद कोचिंग योजना का शुभारंभ करते हुये मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि यह योजना बच् चों के सुनहरे भविष्य को गढऩे में अहम साबित होगी. सरकार की जिम्मेदारी है कि वह हर क्षेत्र में वातावरण का निर्माण करे.
प्री मेडिकल व प्री इंजीनियरिंग की होगी 50-50 सीट
जिले के 200 छात्रों को इस कोचिंग योजना का लाभ मिलेगा. ब्लॉक मुख्यालयों में इन कोचिंग सेंटर के माध्यम से राष्ट्रीय प्रवेश परीक्षा प्री-मेडिकल नीट तथा प्री-इंजीनियरिंग जेईई की बेहतर रूप से तैयारी के लिये ऑनलाइन कोचिंग प्रदान की जाएगी. कक्षा दसवीं में 60 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थी तथा कक्षा 12वीं में अध्ययनरत विद्यार्थियों को कोचिंग दी जाएगी. इस संबंध में लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा सभी जिला शिक्षा अधिकारियों के माध्यम से कोचिंग सेंटर की स्थापना की तैयारी कर प्रवेश प्रारंभ कर दिया गया है.
बारहवीं विज्ञान-गणित के विद्यार्थियों की होगी कोचिंग, दसवीं के मेरिट से होगा चयन
स्वामी आत्मानंद कोचिंग योजना में 10 वीं मेरिट क्रम अनुसार विद्यार्थियों का चयन किया जाएगा. विद्यार्थी को संबंधित विकासखंड, शहर के शासकीय स्कूलों में कक्षा 12 वीं का नियमित विद्यार्थी होना अनिवार्य होगा. ब्लाक मुख्यालय की स्कूलों में कक्षा 12 वीं में जीव विज्ञान तथा गणित संकाय में अध्ययनरत विद्यार्थी ही पात्र होंगे. प्रत्येक कोचिंग सेंटर में अधिकतम 100 विद्यार्थियों का प्रवेश दिया जाना है. इसमें प्री-मेडिकल तथा प्री-इंजीनियरिंग के लिए अधिकतम 50-50 विद्यार्थियों का चयन किया जाएगा. वर्चुअली उद्घाटन के दौरान सीएम बघेल ने स्कूल के छात्र छात्राओं से बात की. छात्रा मेघा वर्मा ने कहा कि मेरे परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण कोटा एवं अन्य कोचिंग स्थानों में कोचिंग करने में असमर्थ थी. इस योजना से कमजोर छात्रों को मदद मिलेगी. इस दौरान जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. के. व्ही. राव, बीईओ नीलम राजपूत, प्राचार्य तारा सिंह, डाइट व्याख्याता सुनील शर्मा, बीआरसी सुजीत चौहान सहित अन्य शिक्षक व आत्मानंद स्कूल के कोचिंग हेतु लाभान्वित विद्यार्थी उपस्थित थे.