
एनएसडी द्वारा इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ के सहयोग से आयोजन
सत्यमेव न्यूज रायपुर. राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (एनएसडी) द्वारा भारत का अंतर्राष्ट्रीय रंगमंच महोत्सव भारत रंग महोत्सव 4 से 9 फरवरी 2025 तक खैरागढ़ के इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय में आयोजित किया जा रहा है। इस महोत्सव को ‘भारंगम’ के नाम से भी जाना जाता है। विश्व का सबसे बड़ा रंगमंच महोत्सव एनएसडी इस वर्ष इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है। खैरागढ़ में इस महोत्सव का उद्घाटन 4 फरवरी की शाम 6 बजे डॉ.नरेंद्र देव वर्मा ऑडिटोरियम में नर-नारी उर्फ थैंकू बाबा लोचनदास नाटक के साथ होगा। इस साल के बीआरएम में थीम एक अभिव्यक्ति, सर्वाेच्च सृजन भी शामिल है। प्रख्यात अभिनेता और एनएसडी के पूर्व छात्र राजपाल यादव को इस वर्ष के लिए रंग दूत (महोत्सव राजदूत) नामित किया गया है। इस वर्ष भारंगम में सेक्स वर्कर, ट्रांसजेंडर, वरिष्ठ नागरिक, बच्चे आदि जैसे विभिन्न समुदायों के साथ रंगमंच भी होगा। राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के निदेशक चित्तरंजन त्रिपाठी ने कहा कि भारत रंग महोत्सव अपने व्यापक दृष्टिकोण के साथ वैश्विक मंच पर एक अनुकरणीय रंगमंच महोत्सव बन गया है। इसने न केवल दुनिया भर के रंगमंच प्रदर्शनों के लिए एक मंच के रूप में काम किया है बल्कि इसने विभिन्न पारंपरिक प्रदर्शन कला रूपों के समामेलन के अवसर भी प्रदान किये हैं। आयोजन को लेकर राजपाल यादव ने कहा कि 1997 में एक छात्र के रूप में स्नातक होने के बाद भारंगम 2025 के लिए रंगदूत के रूप में एनएसडी में वापस आना ऐसा लगता है जैसे जीवन का चक्र पूरा हो गया है। उन्होंने कहा कि जैसा कि मैं सिनेमा में 25 साल मना रहा हूं मैं इस अविश्वसनीय सभा का हिस्सा बनकर बहुत अभिभूत हूं। राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के उपाध्यक्ष प्रो.भरत गुप्ता ने बताया कि रंग महोत्सव 2025 राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय की 65वीं वर्षगांठ और एनएसडी रिपर्टरी कंपनी की 60वीं वर्षगांठ भी मना रहा है। उन्होंने आगे कहा कि एक रंग, श्रेष्ठ रंग को अपनाना इस संदेश की परिणति है कि रंगमंच कहानी कहने की सार्वभौमिक भाषा के माध्यम से सीमाओं को पार करते हुए हम सभी को एकजुट करता है। भारत के अलावा विभिन्न 9 देशों के 200 से अधिक अनूठे प्रोडक्शन होंगे जिन्हें भारत के 11स्थानों पर और विदेशों में 02 स्थानों, काठमांडू और कोलंबो में प्रदर्शित किया जाएगा। इस महोत्सव में भाग लेने वाले अंतर्राष्ट्रीय थिएटर समूह रूस, इटली, जर्मनी, नॉर्वे, चेक गणराज्य, नेपाल, ताइवान, स्पेन और श्रीलंका से हैं। महोत्सव में दिल्ली केंद्र के अलावा, भारतीय उपस्थानों में अगरतला, अहमदाबाद, बठिंडा, बेंगलुरु, भोपाल, गोवा, गोरखपुर, जयपुर और रांची सहित खैरागढ़ शामिल है।
आयोजन को लेकर विश्वविद्यालय में तैयारियां शुरू
खैरागढ़ के इन्दिरा कला संगीत विश्वविद्यालय में यह आयोजन 4 से 9 फरवरी को संपन्न कराया जायेगा। प्रतिदिन संध्या बेला में देश के विभिन्न प्रांतों के प्रसिद्ध नाटकों का अलग-अलग भाषाओं में मंचन किया जायेगा। आयोजन को सफल बनाने विश्वविद्यालय परिवार जुट गया है। प्रारंभिक तैयारियों को लेकर कुलसचिव प्रेम कुमार पटेल की अध्यक्षता में सहायक कुलसचिव राजेश कुमार गुप्ता व अधिष्ठाता सहित विश्वविद्यालय के अधिकारी-कर्मचारियों की प्रथम बैठक आहूत हुई जहां अलग-अलग कार्यों के संपादन हेतु अधिकारी-कर्मचारियों को जिम्मेदारियां सौंपी गई। यह आयोजन छत्तीसगढ़ में पहली बार हो रहा है जिसके लिए एनएसडी ने इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय को चुना है जो शहर के लिए गर्व का विषय है। इस समारोह के संयोजक अधिष्ठाता एवं थियेटर विभागाध्यक्ष डॉ.योगेंद्र चौबे होंगे।