खैरागढ़ में नाबालिक मानसिक रोगी बालक की बंद कार में दम घुटने से मौत

सत्यमेव न्यूज खैरागढ़. खैरागढ़ नगर में मानसिक रूप से अस्वस्थ एक अव्यस्क बालक की बंद कार में दम घुटने से मौत हो गई। बताया जा रहा है कि युवक शनिवार को दोपहर या शाम के वक्त वार्ड नंबर 19 में खड़ी एक ग्रैंड विटारा कार में घुस गया था जो राजनांदगांव से आई थी और कार गलती से अनलॉक रह गई थी। युवक का शव रविवार रात करीब 9:00 से 9:30 बजे के बीच कार के मालिक द्वारा देखा गया। युवक का नाम सनी विश्वकर्मा उर्फ छोटू उम्र 15 वर्ष निवासी ठाकुर पारा खैरागढ़ बताया जा रहा है और युवक पिछले काफी समय से खैरागढ़ की सड़कों पर घूमता देखा जाता था। वह किसी से बात नहीं करता था और मानसिक रूप से अस्वस्थ और असंतुलित था। जानकारी अनुसार पूर्व में वह कभी घरों में घुसने और मंदिरों में अनुचित गतिविधियों में भी लिप्त रहा है। रविवार रात जब कार मालिक ने गाड़ी खोली तो युवक मृत अवस्था में मिला जिसे देखकर वाहन के मालिक की हालत खराब हो गई और उसने फौरन इसकी सूचना पुलिस थाने में दी। सूचना मिलते ही थाना प्रभारी अनिल शर्मा और उनकी टीम मौके पर पहुंचे और शव को तुरंत खैरागढ़ अस्पताल भेजा गया। युवक के मृत शरीर का सोमवार को पोस्टमार्टम हुआ।

थाना प्रभारी अनिल शर्मा और उनकी टीम ने मृत मानसिक रोगी के इलाज के लिए पहले भी कई प्रयास किए थे। युवक को खैरागढ़ से बिलासपुर तक ले जाया गया था लेकिन कुछ तकनीकी और प्रशासनिक कारणों से उसका दाखिला संभव नहीं हो पाया। इसके बावजूद पुलिस टीम ने लगातार मानवीय संवेदना के साथ मदद की कोशिश की थी।

अब तक मिली जानकारी के अनुसार युवक के परिवार में केवल दादा-दादी थे। हाल ही में उसके दादा का निधन हो गया है। दादी भी उम्रदराज और शारीरिक रूप से बेहद कमजोर हैं। इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि मानसिक रूप से अस्वस्थ व्यक्तियों के लिए केवल नाम के जिला मुख्यालय खैरागढ़ जैसे छोटे नगर में कोई स्थायी और प्रभावी व्यवस्था क्यों नहीं है यदि समय रहते इलाज और संरक्षण मिल पाता तो यह दुखद हादसा टल सकता था।

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