खैरागढ़ का स्वाद, जहाँ हर घूंट और निवाले में है भरोसा- कहानी जनता रेस्टोरेंट के संघर्ष की

सत्यमेव न्यूज खैरागढ़. संगीत नगरी खैरागढ़ की जब भी पहचान की बात होती है तो यहां के ऐतिहासिक संस्थानों के साथ एक नाम स्वाद के क्षेत्र में सबसे पहले आता है “जनता रेस्टोरेंट”। यह रेस्टोरेंट न सिर्फ खैरागढ़ बल्कि आसपास के ग्रामीण अंचलों और दूर-दराज से आने वाले यात्रियों के लिए स्वाद और भरोसे का प्रतीक बन चुका है।

जनता का शुद्ध दूध से बना कलाकंद और ठंडी-ठंडी लस्सी इतनी प्रसिद्ध है कि खैरागढ़ आने वाले अधिकांश लोग इसका स्वाद लिए बिना नहीं लौटते। मिठाइयों के शौकीनों के लिए जनता रेस्टोरेंट एक अनोखा ठिकाना है जहां स्वाद और गुणवत्ता का अद्भुत संगम देखने को मिलता है। इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय, कलेक्ट्रेट परिसर, जनपद पंचायत, एसडीएम कार्यालय, तहसील कार्यालय, नया बस स्टैंड, जिला सहकारी बैंक, पंजाब नेशनल बैंक और एचडीएफसी बैंक जैसे प्रमुख संस्थानों के बेहद समीप होने के कारण यहां रोजाना सैकड़ों की संख्या में लोग जलपान के लिए पहुंचते हैं।

तकरीबन 39 साल पहले वर्ष 1986 में स्वर्गीय पारसमल जी सांखला ने गन्ने के रस की छोटी सी दुकान से इस व्यवसाय की शुरुआत की थी। पहले इसका नाम ‘जनता जूस सेंटर’ था जो आगे चलकर ‘जनता होटल’ और फिर आधुनिक सुविधाओं से युक्त ‘जनता रेस्टोरेंट’ के रूप में विकसित हुआ।

वर्तमान में इसके संचालक सिद्धार्थ सांखला (पप्पू) बताते हैं कि उनके पिता ने मेहनत और ईमानदारी के बलबूते ग्राहकों का विश्वास अर्जित किया। एक टेंट से शुरू हुआ यह सफर आज एक पूर्ण विकसित और लोकप्रिय रेस्टोरेंट तक पहुंच चुका है। आज जनता रेस्टोरेंट में इंडियन, साउथ इंडियन और चायनीज नाश्ते, चाय-कॉफी, ताजे गरम व्यंजन, स्वादिष्ट मिठाइयां और डेली नीड्स की सामग्री ग्राहकों को सहजता से और किफायती दाम में उपलब्ध कराई जाती है। जनता रेस्टोरेंट न सिर्फ एक व्यवसायिक प्रतिष्ठान है बल्कि खैरागढ़ के स्वाद और संस्कृति का प्रतिनिधि स्थल भी बन चुका है, जहां स्वाद, सेवा और सादगी की त्रिवेणी हर ग्राहक को फिर से लौट आने पर मजबूर कर देती है।

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