कन्या महाविद्यालय में बसंत पंचमी के साथ मनाई गई महाकवि निराला की जयंती

सत्यमेव न्यूज खैरागढ़. नवीन शा.कन्या महाविद्यालय खैरागढ़ में प्राचार्य ओ.पी. गुप्ता के मार्गदर्शन में बसंत पंचमी व महाकवि निराला जयंती के अवसर पर ज्ञान की आराध्य देवी मां सरस्वती की पूजा-अर्चना कर नव सृजन का पर्व बसंत पंचमी मनाया गया। बसंत के आगमन से प्रकृति हरितिमा की चादर ओढ़े मन में उमंग और उत्साह को उद्देलित करती है। इस अवसर पर सर्वप्रथम छात्राओं ने माँ सरस्वती की पूजा अर्चना कर सस्वर सामूहिक सरस्वती वंदना की। कार्यक्रम में रानी रश्मि देवी सिंह महाविद्यालय हिन्दी के विभागाध्यक्ष प्रो.यशपाल जंघेल व अतिथि प्राध्यापक डॉ.उमेद चंदेल विशेष तौर पर उपस्थित रहे। प्रो.यशपाल जंघेल ने छात्राओं को संबोधित करते हुये बसंत पंचमी के महत्व को रेखांकित करते हुये ऋतु बसंत कि सकारात्मकता व ऊर्जा का संचार सकारात्मक रूप से अपने भीतर करने प्रेरक उद्बोधन दिया। डॉ.उमेंद चंदेल ने कहा बसंत के अग्रदूत निराला द्वारा रचित सरस्वती वंदना… वर दे वीणावादिनी वर दे… गाकर कवि निराला की कविता में राष्ट्रीय कर्तव्य व त्याग, बलिदान सहित जागरण का संदेश दिया। हिन्दी विभाग की अ. प्राध्यापक डॉ.मेधाविनी तुरे ने निराला जी का छात्राओं को सारगर्भित परिचय बताते हुए उनके संघर्ष व उनकी कहानी सफलता, चतुरी चमार व सरोज स्मृति की चर्चा करते हुये छात्राओं को साहित्य पठन के लिए प्रोत्साहित किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ.मेधाविनी तुरे व आभार अभिव्यक्ति मैथिली पटेल ने की। इस अवसर पर महाविद्यालय के अ. प्राध्यापकगण पायल सुधाकर, भूपेंद्र साहू, नेहा साहू, अजय वर्मा, दूर्वासा सिन्हा, मैथिली पटेल, सूरज दुबे, मानिकचंद बंजारे, पोषण साहू व टिकेश्वरी साहू सहित छात्राएं बड़ी संख्या में उपस्थित रही।

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