आज से खैरागढ़ में 51 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ का भव्य आयोजन

सत्यमेव न्यूज खैरागढ़. राष्ट्र जागरण अभियान के तहत खैरागढ़ के ऐतिहासिक फतेह मैदान में आज से चार दिवसीय 51 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ का भव्य आयोजन प्रारंभ होगा। आयोजन को लेकर गायत्री परिवार के सदस्यों ने समुचित जानकारी मीडिया के सामने रखी और बताया कि आयोजन को लेकर पूरी तैयारियां कर ली गई है। इस महाआयोजन को सफल बनाने हरिद्वार से विशेषरूप से मुख्य आचार्य के रूप में प्रज्ञा पुराण के विशेषज्ञ व अंतर्राष्ट्रीय कथा वाचक श्याम बिहारी दुबे, एक सह आचार्य, 5 उद्गाता बंधु (उद्घोषक) एवं अनुष्ठान व विविध संस्कारों को संपन्न कराने के लिये एक टोली नायक, चार सहायक टोली नायक सहित जिले के गायत्री परिवार से जुड़े 51 उपआचार्य अपनी विशेष उपस्थिति देंगे। वार्ता को संबोधित करते हुये गायत्री परिवार के जिला समन्वयक प्रभात कुमार साहू ने बताया कि महायज्ञ में किसी भी धर्म के श्रद्धालु उपस्थित हो सकते हैं। यहां शामिल होने धर्म, जाति व लिंग का कोई बंधन नहीं है। प्रथम दिवस 8 दिसंबर को मध्यान्ह 12 बजे से नगर में भव्य मंगल कलश यात्रा शांति कुंज हरिद्वार की टोली द्वारा विशेष उद्बोधन के साथ निकाली जायेगी जो फतेह मैदान से दंतेश्वरी मंदिर में पूजा-प्रार्थना उपरांत सिद्धपीठ रूक्खड़ स्वामी मंदिर में 21 कलश की विशेष पूजा-अर्चना के बाद अस्पताल चौक पहुंचेगी। इस दौरान सभी कलश यात्री लालपुर स्थित स्टॉप डेम में पिपरिया नदी से जल ग्रहण कर गोल बाजार होते हुये ईतवारी बाजार पहुंचेंगे जहां कलश यात्रियों द्वारा नगरदेवी शीतला माता मंदिर की परिक्रमा कर स्टेट हाईवे होते हुये नया बस स्टैंड अंबेडकर चौक पहुंचेगी और फतेह मैदान में कलश यात्रा का प्रवेश होगा। कलश यात्रा की जानकारी देते हुये गायत्री परिवार से जुड़े समाजसेवी गुलाब चोपड़ा ने बताया कि समिति द्वारा 100 कलश तैयार किये गये हैं और अपील की गई है कि जो भी श्रद्धालु कलश यात्रा में शामिल होना चाहते हैं भारतीय परिधान में खासतौर पर पीला वस्त्र धारण कर कलश यात्रा में शामिल हो सकते हैं। श्री चोपड़ा ने बताया कि आयोजन के लिये जिला प्रशासन का विशेष सहयोग प्राप्त हुआ है। रूट चार्ट तैयार करने व शांति व्यवस्था के लिये यातायात पुलिस के साथ एक महती बैठक भी हो चुकी है। समाजसेवी महेश गिरी गोस्वामी ने बताया कि नगर में लगभग एक-एक किलोमीटर की दूरी पर ध्वनि विस्तार यंत्र भी लगाये जायेंगे।

अलग-अलग पाली में श्रद्धालु शामिल हो सकेंगे महायज्ञ में

वार्ता में बताया गया है कि महायज्ञ के लिये 51 कुण्ड बनाये गये हैं जहां अलग-अलग पालियों में श्रद्धालु महायज्ञ में शामिल हो पायेंगे। हर कुण्ड में विशेषतौर पर संपत्निक जोड़े यज्ञ में आहूति करेंगे, एक कुण्ड में 10 से अधिक श्रद्धालु शामिल हो सकते हैं। यज्ञ सोमवार 9 दिसंबर से प्रारंभ होगा। अलग-अलग दिन अलग-अलग कार्यक्रम संपन्न होंगे। चार दिन में एक करोड़ से अधिक मंत्रों का जाप किया जायेगा। श्रद्धालुओं के लिये राम मंदिर बर्फानी धाम में भोजन-भंडारे की विशेष व्यवस्था भी की गई है। भोजन निर्माण के लिये ढारा व रिवागहन से 50 सात्विक भोजन बनाने वाले रसोईयों की सेवा ली जायेगी। बताया गया कि प्रतिदिन लगभग 20 से 25 हजार श्रद्धालुओं की यहां भोजन व्यवस्था होगी। भोजन व्यवस्था के लिये सहभागी बनने श्रद्धालु 7001 व 4100 की सहयोग राशि से भोजन व्यवस्था करा सकते हैं वहीं अब तक सैकड़ों लोगों ने अन्न, सब्जी, तेल, फल आदि सहयोग कर महायज्ञ को सफल बनाने अपनी सहभागिता दी है। वार्ता में बताया गया है कि फतेह मैदान में अस्थायी रूप से मां गायत्री का मंदिर भी बनेगा जहां माता की मूर्ति स्थापित की जायेगी। मंदिर मंे विशेषतौर पर एक विदेशी श्रद्धालु द्वारा प्रदान की गई मां गायत्री की धातु की मूर्ति भी स्थापित होगी। वार्ता के दौरान गायत्री परिवार के जिला समन्वयक श्री साहू सहित सहसमन्वयक रघुराम वर्मा, समाजसेवी गुलाब चोपड़ा, टीडी वर्मा, दुर्गेशनंदिनी श्रीवास्तव, सूर्यकांत यादव, लाल चिंताहरण सिंह, महेश गिरी गोस्वामी, अश्वनी गुप्ता, हरिश्चन्द्र वर्मा, बिसउहा वर्मा सहित सेवाभावी मौजूद थे।

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