
आयुर्वेदाचार्य के रूप में विख्यात थे लतमार जंघेल
दीन-दुखियों की सेवा के लिये सदैव रहते थे तत्पर
पूर्व विधायक गिरवर जंघेल के पिता थे दिवंगत श्री जंघेल
सत्यमेव न्यूज खैरागढ़. अंचल के वरिष्ठ समाजसेवी लतमार जंघेल का 107 वर्ष की आयु में निधन हुआ। वें पूर्व विधायक व खैरागढ़ के वरिष्ठ कांग्रेस नेता गिरवर जंघेल के पिता थे। 107 वर्ष के अपने दीर्घायु जीवनकाल में दिवंगत श्री जंघेल विशुद्ध रूप से एक समाजसेवी के रूप में विख्यात रहे। उनकी पहचान न केवल एक प्रगतिशील कृषक के रूप में थी बल्कि वें आयुर्वेदाचार्य के रूप में अंचल सहित दूर-दराज के इलाकों में भी समान रूप से प्रसिद्ध रहे वहीं सदैव दीन-दुखियों की सेवा के लिये तत्पर रहे। देश के आजादी से 30 साल पहले सन् 1 जनवरी 1917 में जन्में श्री जंघेल ने मंगलवार की शाम 5 बजे अपने निज निवास ग्राम ओटेबन में अंतिम सांस ली। बुधवार 20 नवंबर की सुबह 10 बजे उनका अंतिम संस्कार गृह ग्राम में किया जायेगा। वे अपने जीवन काल में लगातार लोगों की सेवा करते रहे वहीं शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में आगे बढ़ने लोगों को प्रेरित करते रहे। यही वजह है कि ओटेबन सहित आसपास के गांव की तीन पीढ़ियां उनसे बेहद प्रभावित रही। आयुर्वेदाचार्य के रूप में उन्होंने सामान्य बीमारियों के साथ ही अपनी बेजोड़ आयुर्वेदिक दवाओं से आंख और हड्डी रोग के गंभीर बीमारियों को ठीक किया, उनकी दवाओं का असर इतना असरकारक था कि टूटी हुई हड्डियों को भी सहज ठीक कर लेते थे। उनके निधन से क्षेत्रवासियों में शोक व्याप्त है।