
मामले में प्रशासनिक चुप्पी पर उठ रहे सवाल
नॉन वेज मार्केट हटाने अब एसडीएम को सौंपा गया ज्ञापन
ग्रामीणों ने लगाया जनस्वास्थ्य व शांति भंग होने का आरोप
सत्यमेव न्यूज जालबांधा। ग्राम जालबांधा स्थित सतनामी बस्ती में वर्षों से संचालित मुर्गा एवं मछली दुकानों को हटाने की मांग अब निर्णायक मोड़ पर पहुंच गई है। बस्तीवासियों ने अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) के नाम ज्ञापन सौंपते हुए आरोप लगाया कि लगातार शिकायतों और प्रस्तावों के बावजूद प्रशासन द्वारा कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है जिससे प्रशासनिक कार्यप्रणाली पर गंभीर प्रश्नचिन्ह खड़े हो रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि सतनामी बस्ती के मुख्य मार्ग के आसपास लगभग 80 से 100 परिवार निवासरत हैं। इसी मार्ग पर अतिक्रमण कर कुछ व्यक्तियों द्वारा मुर्गा एवं मछली की बिक्री व कटाई की दुकानें संचालित की जा रही हैं जिससे पूरे क्षेत्र में असहनीय दुर्गंध, गंदगी और अस्वच्छता फैल रही है। इसका सीधा प्रभाव बस्तीवासियों के स्वास्थ्य और जीवन-स्तर पर पड़ रहा है। स्थिति और भी गंभीर इसलिए है क्योंकि इन दुकानों से महज 20 से 30 मीटर की दूरी पर हाई स्कूल एवं अस्थायी कॉलेज भवन स्थित है जहां प्रतिदिन छात्र-छात्राओं की आवाजाही बनी रहती है। दुकानों के कारण मुख्य सड़क पर अव्यवस्था, भीड़ और वाहनों की आवाजाही से दुर्घटना की आशंका लगातार बनी हुई है जिससे बच्चों की सुरक्षा पर बड़ा खतरा मंडरा रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि दुकानदारों द्वारा मुर्गों के पंख, खून और अन्य अवशेष तालाब के पास खुले में फेंक दिए जाते हैं जिससे तालाब का पानी दूषित हो गया है और क्षेत्र में बदबू का आलम बना हुआ है। इतना ही नहीं कुछ दुकानों पर अवैध रूप से शराब पिलाने की शिकायतें भी सामने आई हैं जिससे आए दिन यहाँ हंगामा, शोर-शराबा और असामाजिक गतिविधियां होती रहती हैं। इसका सीधा असर बच्चों की पढ़ाई, महिलाओं की सुरक्षा और बस्ती की सामाजिक शांति पर पड़ रहा है। ग्रामीणों ने स्पष्ट किया कि इस गंभीर समस्या को लेकर विशेष ग्राम सभा का आयोजन कर सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया वहीं ग्राम पंचायत की बैठक में भी दुकानों को बस्ती से हटाकर अन्यत्र स्थानांतरित करने का निर्णय सर्वसम्मति से लिया जा चुका है। इसके बावजूद अब तक कोई कार्रवाई नहीं होना ग्रामीणों में आक्रोश और निराशा का कारण बन रहा है।
ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि सतनामी समाज की धार्मिक भावनाओं, बच्चों की सुरक्षा, जनस्वास्थ्य एवं पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए मुर्गा व मछली दुकानों को तत्काल बस्ती क्षेत्र से हटाकर किसी अन्य उपयुक्त स्थान पर स्थानांतरित किया जाए ताकि बस्ती में शांति, स्वच्छता और सुरक्षित वातावरण बहाल हो सके। ज्ञापन सौंपने वालों में संतोषी, विशाल बंजारे, योगेश गुप्ता, उपसरपंच हरेश वर्मा, रिंकू गुप्ता, सुवेर बंजारे, मोहन बंधार, संतोष देशबहरे सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे। मामले में ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं की गई तो वे जनआंदोलन के लिए बाध्य होंगे जिसकी पूरी जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी।