विवादों की भेंट चढ़ा खैरागढ़ में जिला स्तरीय वन महोत्सव का आयोजन

सत्यमेव न्यूज़ खैरागढ़. वन विभाग द्वारा ब्लॉक के बैहाटोला मे आयोजित जिला स्तरीय वन महोत्सव कार्यक्रम विवाद की भेंट चढ़ गया। दरअसल जिले के जनप्रतिनिधियों को अधिकारियों के साथ ही अतिथि बनाया गया था लेकिन जनप्रतिनिधियों का आरोप हैं कि उनके पहुँचने से पहले ही अधिकारी वन महोत्सव में पौधारोपण कर चले गये। जानकारी अनुसार हरित भारत को लेकर पीएम मोदी की पहल एक पेड़ मां के नाम से जिला स्तरीय वन महोत्सव का आयोजन किया गया था।
आमंत्रित जनप्रतिनिधियों का आरोप हैं कि उनके पहुँचने के पहले ही पौधरोपण कर अधिकारी कार्यक्रम से चले गए। इस दौरान कुछ देर बाद गांव की सरहद पर कार्यक्रम में आ रहे जनप्रतिनिधियों वह वापस जा रहे हैं अधिकारियों के वाहनों का आमना-सामना हुआ लेकिन कोई भी अधिकारी इस दौरान शिष्टाचार के लिए भी रूका नही। जब जनप्रतिनिधि आयोजन स्थल में पहुंचे तो वनकर्मियो के अलावा एसडीओ फॉरेस्ट सुश्री मोना माहेश्वरी और कुछ वन कर्मी वहां रुके थे। पौधारोपण स्थल पर जिला भाजपाध्यक्ष घम्मन साहू के नाम की पट्टिका को छोड़ सारे अतिथियो की पट्टिका वाली जगह में अधिकारियो ने ही पौधा रोप दिया था। गौरतलब है कि वन विभाग ने बकायदा आमंत्रण पत्र छपवाकर विधायक यशोदा वर्मा, जिपं उपाध्यक्ष विक्रांत सिंह, जिला भाजपाध्यक्ष घम्मन साहू, जिपं सभापति विप्लव साहू, सांसद प्रतिनिधि भागवत शरण सिंह सहित जनपद सदस्य शैलेंद्र मिश्रा, पारखदास कोसरे व ग्राम पंचायत के प्रतिनिधियों को अतिथि बनाया था लेकिन कार्यक्रम के नाम पर केवल खानापूर्ति की गई। कार्यक्रम में अव्यवस्था का आलम ऐसा रहा कि स्कूल परिसर के गैलरी में ही कुछ कुर्सियां रख दी गई थी, कोई पंडाल नहीं लगाया गया था और विधिवत कार्यक्रम भी नहीं हुआ। तकरीबन आधा घंटे विलंब से पहुंचे जनप्रतिनिधियों के पहले ही कार्यक्रम स्थल से कलेक्टर, एसपी और डीएफओ पौधारोपण कर चले गये। मौके पर पहुंचे जिला भाजपाध्यक्ष घम्मन साहू ने पौधारोपण किया पर कार्यक्रम की खानापूर्ति पर नाराजगी जताई। कार्यक्रम में केवल वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों के साथ हाईस्कूल के कुछ शिक्षक मौजूद थे। सरंपच के अलावा गांव के किसी भी नागरिक को आमंत्रित नहीं किया था।

नाराज जिला भाजपाध्यक्ष घम्मन साहू ने कार्यक्रम को विभाग की खाना पूर्ति बताते इसे जनप्रतिनिधियों का अपमान बताया और मौके से ही डीएफओ आलोक तिवारी को फोन पर चर्चा कर खानापूर्ति वाले कार्यक्रम आयोजन को लेकर जमकर भड़ास निकालते हुए कहा कि अधिकारियों की उपस्थिति में कार्यक्रम करना था तो जनप्रतिनिधियों को नही बुलाना था। घम्मन साहू ने कहा कि जिस जगह पर आयोजन किया गया वहॉ बाऊंड्रीवाल नहीं है। ऐसे में पौधों की सुरक्षा नहीं हो पाएगी। नाराज घम्मन साहू ने डीएफओ से ऐसे कार्यक्रम आयोजित नहीं करने की सलाह देते हुए पौधारोपण कार्यक्रम को केंद्र सरकार को अहम योजना बताया और इसमें अधिकारियों द्वारा पलीता लगाने का आरोप लगाया। कलेक्टर चंद्रकांत वर्मा को भी कार्यक्रम आयोजन को खानापूर्ति बताते हुए जिला भाजपाध्यक्ष ने इसे जनप्रतिनिधियों का अपमान बताया और नए सिरे से सुरक्षित जगह पर पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित करने कहा। विधायक यशोदा वर्मा के घर शादी होने, जिपं उपाध्यक्ष विक्रांत सिंह के बाहर होने के चलते दोनों नहीं पहुच पाए थे लेकिन अन्य अतिथियो के पहुँचने से पहले कलेक्टर-एसपी के साथ पौधारोपण कर डीएफओ भी चले गए जिसके चलते जनप्रतिनिधियों में गहरी नाराजगी हैं।

बैहाटोला में एक पेड़ मॉ के नाम थीम पर आयेाजित वन महोत्सव मे कलेक्टर चंद्रकांत वर्मा, पुलिस अधीक्षक त्रिलोक बंसल, डीएलओ आलोक तिवारी सहित अन्य में पौधरोपण किया। प्रकृति के संरक्षण व संवर्धन के लिए पौधरोपण के महत्व सहित ग्लोबल वर्मिंग की समस्या से निजात पाने पौधरोपण जरूरी के संबंध में जनसामान्य को जागरूक होने की अपील साथ कलेक्टर चंद्रकांत वर्मा में कहा की पर्यावरण की सुरक्षा और समृद्धि के लिए समर्पित अभियान में सभी की सहभागिता जरूरी है। सभी पौधे लगाएं और उसके देखभाल साथ सुरक्षा भी करें।

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