तालुक विधिक सेवा समिति खैरागढ़ के संयोजन में हुआ आयोजन
आधुनिक कॉन्फ्रेंसिंग और भौतिक माध्यम से जुड़े प्रकरणों का समाधान
सत्यमेव न्यूज़ खैरागढ़. छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण बिलासपुर के तत्वधान में तालुक विधिक सेवा समिति खैरागढ़ में राष्ट्रीय लोक न्यायालय का आयोजन शनिवार को हुआ, जहाँ प्रकरणों के पक्षकारों को भौतिक रूप से एवं वर्चुअल कॉन्डिंग दोनों मुख्य माध्यम से मामले में सुलह की सुविधा प्रदान की गई। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी और डॉ. भीमराव अंबेडकर के तैल चित्र पर पूजा अर्चना करके व्यावहारिक राष्ट्रीय लोक न्यायालय का शुभारंभ किया गया और व्यावहारिक न्यायालय परिसर में वृक्षारोपण भी किया गया, जिसमें एडीजे चंद्र कुमार कश्यप, सीजेएम विवेक गर्ग, जेएमएफसी गुरु प्रसाद देवांगन, अपर कलेक्टर प्रेम कुमार पटेल, शशि टंकेश्वर प्रसाद साहू सहित समस्त पहलुओं को शामिल किए गए। न्यायाधीश चन्द्र कुमार कश्यप अपर जिला एवं सत्र न्यायालय खैरागढ़ के 18 प्रकरणों को पक्षकारों की सहमति के बाद मामले का निपटारा कर उन्हें विश्लेषण किया गया, जिनमें से 11 दावा प्रकरणों में कुल अवार्ड राशि 7932855 रु., अदर सिविल मामले 04 में 1295363 रु. व 138 चेक बाउंस के 03 मामले में 1220000 रु. हुआ वहीं प्री-लिटिगेशन नगर पालिका खैरागढ़ के 01 केस में 2320 रुपए, बीएसएनएल 11 केस में 18141 रुपए। में हुआ। इसी प्रकार विवेक गर्ग मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट खैरागढ़ के 138 चेक बाउंस के 01 मामले में 123500 रु., ट्रैफिक प्रत्येक में 238 मामलों में 23800 रु. और वही कैसेस ऑफ यू/एस 321, 258 सीआरपीसी एंड ऑल अदर पेटी ऑफेंस ईटीसी बाय स्पेशल सीटिंग मजिस्ट्रेट के 95 प्रकरणों में 68000 रुपए, अदर सिविल केस 01 में 90 हजार रुपए। की प्रतिष्ठित राशि पास हुआ। 45 आपराधिक मामलों में भी समझौता हुआ और गुरुप्रसाद देवांगन न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी न्यायालय में 138 चेक बाउंस के 02, अदर सिविल केस 01 मामला और यातायात प्रति मामले में 145 मामलों में 14500 रु. और इसी तरह यू/एस 321, 258 सीआरपीसी और सभी अदर पेटी अपराध ईटीसी द्वारा स्पेशल सीटिंग मजिस्ट्रेट के 10 एपिसोड में 850 मामलों में पुरस्कार राशि पास हुई। राजीनामा करने के लिए तालुका विधिक सेवा समिति द्वारा प्री-सिटिंग की व्यवस्था भी की गई थी। । जहां लोगों को आपसी सहमति से राजीनामा करने के लिए प्रेरित किया गया। इस प्रकार आज के राष्ट्रीय लोक न्यायालय में कुल 600 केसों का निपटारा हुआ जिसमें कुल पुरस्कार 10817140 रु. पहुचा हुआ। इस राष्ट्रीय लोक न्यायालय को सफल बनाने में पैरालीगल वालंटियर गोलूदास साहू, छविराज, कला प्रजापति सुलहकर्ता एडवोकेट, गिरिराज ठाकुर, विक्रम यदु, शत्रुघ्न वर्मा, चंद्रशेखर वर्मा, योगेश चंदेल, अमर लाल यादव, ज्ञान दास, महेश साहू, रामकुमार सहित संपूर्ण कोर्ट स्टाफ शामिल है। जांगड़े, मिहिर झा, सूर्य दमन सिंह, संदीप दास वैष्णव, विक्रम यदु, भुनेश्वर वर्मा, सबरा बानो, सुनील पांडे, सुबोध पांडे, सतीश सिंघानिया, मनोज चौबे, रोशन वर्मा, अवधेश सिंह, विवेक कुर्रे, सुरेश ठाकुर, शिवेंद्र किशोर दास, ए.डी.वर्मा, अरविंद शर्मा, कौशल कोसरे, नीरज झा, सर्वेश ओसवाल, एल एम जंघेल, नीरज झा, घमण्डी साहू, मनराखन देवांगन, शत्रुघ्न वर्मा, विवेक कुर्रे, सुरेश साहू, सत्यकला वर्मा आदि का प्रेरणादायक सहयोग रहा।
शादी समारोह में आई महिला ने वी.आई.एस. के माध्यम से किया राजीनामा
उक्त प्रकरण में आरोपी ओंकार साहू अपने अधिवक्ता सहित भुवेनश्वर वर्मा के साथ उपस्थित था वहीं परिवादी की ओर से अधिवक्ता संतोष सिंघानिया एवं मनोज चौबे उपस्थित थे। इसी दौरान उनके द्वारा बताया गया कि परिवादी दीक्षा जैन वैवाहिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए भाटापारा गई हुई है, जिसके कारण वह व्यक्तिगत रूप से न्यायालय में उपस्थित होने में असमर्थ है किंतु वह राजीनामा के लिये पूर्णतः सहमत है और उसे चेक की राशि प्राप्त हो गई है। तब न्यायालय के निर्देशानुसार परिवादिनी दीक्षा जैन को वीसी के माध्यम से जोड़ा गया व खंडपीठ के पीठासीन अधिकारी चन्द्र कुमार कश्यप अपर सत्र न्यायाधीश द्वारा आवेदन को तस्दीक करने के उपरांत राजीनामा आवेदन को स्वीकार करते हुए आरोपी को आरोपित अपराध धारा 138 परकाम्य अधिनियम से दोषमुक्त किया गया।