
मकानों से लेकर पेट्रोल पंप तक सौर ऊर्जा का लाभ
सत्यमेव न्यूज खैरागढ़। प्रधानमंत्री सूर्यघर-मुफ्त बिजली योजना उपभोक्ताओं को बिजली खर्च से मुक्ति दिलाते हुए आत्मनिर्भर बनाने में कारगर साबित हो रही है। छत्तीसगढ़ में बड़ी संख्या में लोग इस योजना का लाभ उठाकर सौर ऊर्जा को अपना रहे हैं। योजना के तहत 100 यूनिट तक खपत करने वाले उपभोक्ता 1 से 2 किलोवाट क्षमता का सोलर प्लांट लगवाकर केंद्र सरकार से 30 से 60 हजार रुपये और राज्य सरकार से 15 से 30 हजार रुपये तक की सब्सिडी प्राप्त कर सकते हैं। यानी 1 किलोवाट सोलर पावर स्थापना पर उपभोक्ताओं को कुल 45 हजार रुपये तक की आर्थिक सहायता मिल रही है। इसी तरह 2 किलोवाट पर 90 हजार रुपये और 3 किलोवाट अथवा उससे अधिक क्षमता पर अधिकतम 1 लाख 8 हजार रुपये तक की सब्सिडी का लाभ उपलब्ध है।
सोलर प्लांट की स्थापना पर औसतन प्रति किलोवाट लगभग 60 हजार रुपये की लागत आती है। सब्सिडी मिलने से यह खर्च काफी कम हो जाता है जिससे उपभोक्ताओं को दीर्घकालिक आर्थिक लाभ मिलता है। 1 किलोवाट सोलर प्लांट से प्रतिमाह 100 से 120 यूनिट तक बिजली का उत्पादन हो रहा है। ईतवारी बाजार निवासी मनीष अग्रवाल ने अपने घर पर 5 किलोवाट का सोलर पैनल लगाया है। पहले उनका बिजली बिल प्रतिमाह 2000 से 3000 रुपये तक आता था जबकि अब यह घटकर मात्र 500 रुपये रह गया है। तुरकारीपारा निवासी कु.सुषमा ने शासन के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस योजना से आम उपभोक्ताओं को बड़ी राहत मिल रही है। इसी तरह प्रेमचंद जैन ने अपने घर और दुकान दोनों पर सोलर प्लांट स्थापित कर योजना का लाभ उठाया है। यह योजना केवल घरेलू उपभोक्ताओं तक सीमित नहीं है बल्कि व्यावसायिक प्रतिष्ठान भी इससे लाभान्वित हो रहे हैं। खैरागढ़ के लालपुर स्थित पेट्रोल पंप का संचालन अब पूरी तरह सौर ऊर्जा से किया जा रहा है। सूर्यघर-मुफ्त बिजली योजना उपभोक्ताओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण और हरित ऊर्जा को बढ़ावा देने में भी अहम भूमिका निभा रही है।