
एक निलंबित, चार के निलंबन का प्रस्ताव, तीन की वेतन वृद्धि रोकी, आठ को चेतावनी
सत्यमेव न्यूज़ खैरागढ़. मतदान के दौरान मतदान दलों को सामग्री वितरण में लापरवाही बरतने, निर्वाचन ड्यूटी से नदारद रहने वाले कर्मचारियों पर गाज गिरनी शुरू हो गई है। जिले में दूसरे चरण के तहत लोकसभा निर्वाचन कार्य में बीमारी सहित अन्य बहाना बनाने वाले कर्मचारियों की जांच के बाद जिला प्रशासन ने एक शिक्षक को निलंबित कर दिया है। चार शिक्षकों को निलंबित करने का प्रस्ताव संचालनालय शिक्षा विभाग रायपुर को भेजा गया है। तीन कर्मचारियों की वेतन वृद्धि रोकने और आठ कर्मचारियों को चेतावनी जारी की गई है। लोकसभा चुनाव के दौरान स्थानीय पिपरिया स्थित निर्वाचन स्ट्रांग रूम में मतदान दलों को मतदान सामग्री वितरण के लिए तैनात किए गए कर्मचारियों में से 47 कर्मचारियों ने विभिन्न बहाना बनाकर अपने कार्य पर नहीं पहुँचे थे। आनन फानन में निर्वाचन कार्य को संपादित करने रिजर्व कर्मचारियों को तैनात कर सामग्री वितरण किया गया जिसके चलते मतदान दलों की रवानगी में काफी देरी हुई थी। मतदान प्रक्रिया पूरी होने के बाद जिला प्रशासन ने इस बड़ी लापरवाही पर एक्शन लेने चुनाव कार्य से नदारद रहे सभी 47 कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब मांगा था।
जिला प्रशासन ने लिया बड़ा एक्शन
संतुष्टि प्रद जवाब नहीं आने के बाद विधिवत कार्यवाही की गई। नदारद रहे कर्मचारियों में शिक्षाविभाग के 36, इंदिराकला संगीत विवि के 10, वनविभाग का एक कर्मी शामिल था। एक निलंबित, चार का प्रस्ताव, तीन की वेतनवृद्धि रोकीः निर्वाचन कार्य के दौरान सामग्री वितरण में लापरवाही बरतने तथा संतुष्टिप्रद जवाब नहीं देने के बाद शिक्षा विभाग के धृतेन्द्र सिंह को जिला निर्वाचन अधिकारी कलेक्टर चंद्रकांत वर्मा ने निलंबित कर दिया है। संचालनालय स्तर की कार्यवाही होने के चलते चार शिक्षकों निमेश सिंह, अनुराग सिंह, भानुप्रताप मेश्राम और पालकराम कामड़े को निलंबित करने का प्रस्ताव जिला निर्वाचन कार्यालय से संचालनालय शिक्षा विभाग रायपुर को भेजा गया है। इसी तरह इंदिरा कला संगीत विवि कर्मी असित सिंह चौहान, शिक्षा विभाग के शिव डड़सेना, और बिसाहू चंदेल की एक एक वेतन वृद्धि रोकने के आदेश दिये गए हैं जबकि आठ कर्मचारियों को चेतावनी देकर छोड़ा गया है। इसमें शिक्षा विभाग से सुलक्षणा सिंह, शताब्दी सिंह, इंदिराकला संगीत विवि के कौस्तुभ रंजन, जगदेव नेताम, विवेक नवरे, दिवाकर कश्यप, विवेक देशमुख और वनमंडल खैरागढ़ के दिलीप राजपूत शामिल हैं। बाकी कर्मचारियों के जवाब को जांच सही पाए जाने के चलते उन्हें कार्यवाही से दूर रखा गया।
चुनाव कार्य में लापरवाही बरतने वाले कर्मचारियों पर कार्यवाही की गई है। एक को निलंबित, चार के निलंबन का प्रस्ताव भेजा गया है। तीन कर्मचारियों की वेतन वृद्धि रोकने निर्देश और आठ कर्मचारियों को चेतावनी दी गई है। बाकी कर्मियों के जवाबों की जांच में संतुष्टि पाए जाने के चलते उन पर कार्यवाही नहीं की गई।
सुरेन्द्र ठाकुर संयुक्त कलेक्टर, उपजिला निर्वाचन अधिकारी खैरागढ़