
एबीव्हीपी के छात्र नेताओं ने कहा यह कुलपति के विरुद्ध चरणबद्ध आंदोलन की शुरुआत
विश्वविद्यालय के कर्मचारी कल्याण संघ ने किया निंदा प्रस्ताव पारित
सत्यमेव न्यूज खैरागढ़. समूचे एशिया में संगीत, कला व ललित कला को समर्पित खैरागढ़ का इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय कुलपति की नियुक्ति के बाद फिर से विवादों और विरोधों का दंश झेल रहा है। दरअसल इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय में नव पदस्थ कुलपति प्रो.डॉ.लवली शर्मा की नियुक्ति को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा। मामले में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् (एबीव्हीपी) कुलपति श्रीमती शर्मा द्वारा ग्वालियर विश्वविद्यालय में पदस्थापना के दौरान किये गये कथित भ्रष्टाचार और बर्खास्तगी सहित भारत माता के अपमान का हवाला देकर खैरागढ़ विश्वविद्यालय में उनकी नियुक्ति रद्द करने की मांग लगातार दोहरा रहा है और इसी मामले को लेकर छात्र नेताओं का अब चरणबद्ध आंदोलन शुरू हुआ है। अब अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् ने पूर्व में खैरागढ़ एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर कुलपति लवली शर्मा की नियुक्ति रद्द न होने तक चरणबद्ध आंदोलन की चेतावनी दी थी और शुक्रवार गुड फ्राइडे की छुट्टी के दिन सुबह से विश्वविद्यालय की दीवारों पर जगह-जगह एबीव्हीपी के छात्र नेताओं ने कुलपति लवली शर्मा को भ्रष्टाचारी बता कर लेखन किया है। अपने ज्ञापन में विद्यार्थी परिषद् ने कहा था कि पूर्व में प्रो.लवली शर्मा जब ग्वालियर के राजा मानसिंह तोमर संगीत एवं कला विश्वविद्यालय में पदस्थ थी उस दौरान उनके ऊपर भ्रष्टाचार के कई गंभीर आरोप लग चुके हैं उनके कार्यकाल में छात्राओं के साथ यौन शोषण के मामले भी प्रकाश में आये थे और बतौर कुलपति लवली शर्मा ने भारत माता का भी खुलेआम अपमान किया था, ऐसे में ऐसी भ्रष्ट महिला को हम छत्तीसगढ़ के एकमात्र संगीत एवं कला विश्वविद्यालय में नहीं रहने देंगे। छात्र नेताओं की मांग है कि जब तक शासन-प्रशासन लवली शर्मा की नियुक्ति रद्द नहीं करता उनका चरणबद्ध आंदोलन पहले दीवार लेखन, पोस्टर और फिर चक्का जाम भी करेगा। छात्र नेताओं ने कहा है कि इसी कड़ी में विद्यार्थी परिषद् के कार्यकर्ताओं द्वारा विश्वविद्यालय के कैंपस-1 व कैंपस-2 के मुख्य द्वार के दीवारों में “मैं लवली शर्मा भ्रष्टाचारी हूं” लिखकर विरोध प्रदर्शन किया गया है।
कुलपति के समर्थन में उतर विश्वविद्यालय का कर्मचारी कल्याण संघ
दूसरी और कुलपति प्रो.लवली शर्मा के समर्थन में विश्वविद्यालय का कर्मचारी कल्याण संघ पूरी तरह से समर्थन में उतर आया है। एबीव्हीपी द्वारा दीवारों पर आपत्तिजनक लेखन के बाद कर्मचारी संघ नाराज हो गया और शुक्रवार को बैठक कर संघ के अध्यक्ष राजू सिंह कश्यप, उपाध्यक्ष ओमशंकर हिरवानी, सचिव कन्हैया लाल यादव, कोषाध्यक्ष मनीष कुलकर्णी, संयुक्त सचिव संतोष श्रीवास सहित संघ के वरिष्ठ सीपी गायकवाड, आलोक सिंह, कौशल जैन, अमित सिंह, दीपक जतेरे, महेंद्र नेताम, भुवनेश्वर गेंड्रे व दाऊलाल चंद्रवंशी सहित कर्मचारियों ने प्रदेश के राज्यपाल रामेन डेका, मुख्यमंत्री वीडी साय, उपमुख्यमंत्रीद्वय विजय शर्मा व अरुण साव, कुलपति लवली शर्मा, कलेक्टर चंद्रकांत वर्मा, एसपी त्रिलोक बंसल सहित कुलसचिव प्रेम कुमार पटेल को ज्ञापन सौंप कर एबीव्हीपी के कृत्यों की कड़े शब्दों में निंदा की है और मामले की भरत्सना करते हुये कहा है कि कुलपति को बेवजह अपमानीत करने का प्रयास किया जा रहा है एवं विश्वविद्यालय की दीवारों पर आपत्तिजनक बातों को अनाधिकृत रूप से लिखकर विश्वविद्यालय की ऐतिहासिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। यह कृत्य न केवल विश्वविद्यालय की गरिमा को ठेस पहुँचाने की असफल चेष्टा है बल्कि सरकारी संपत्ति को क्षति पहुंचाना एक गंभीर अपराध भी है और यह जानबूझकर विश्वविद्यालय में अशांति फैलाने और संस्थान की प्रतिष्ठा को धूमिल करने का एक दुर्भावनापूर्ण प्रयास है जिसे हम कर्मचारी संघ स्वीकार नहीं करेंगे। मामले को लेकर विश्वविद्यालय के कर्मचारी कल्याण संघ ने कड़ी कार्रवाई की मांग की है।