
शासन स्तर पर इन्हें नहीं मिलती कोई सहायता
सत्यमेव न्यूज़ बाज़ार अतरिया. केसीजी जिले के अंतिम छोर पर बसे ग्राम बाजार अतरिया में एक ऐसा परिवार है जो हमेशा लोगों की मदद करने में तत्पर रहते हैं। मदद भी ऐसा जिसके लिये साहस की आवश्यकता पड़ती है। खास बात यह है कि इस मदद के बदले इस परिवार का कोई डिमांड नहीं रहता, लोगों की जो इच्छा रहती है वह दान कर देते हैं जिसे यह परिवार खुशी-खुशी स्वीकार भी कर लेता है। हम बात कर रहे हैं बाजार अतरिया में निवासरत् देवार परिवार की। इन परिवारों के द्वारा कई पीढ़ियों से जहरीले सांपों का रेस्क्यु किया जा रहा है। बारिश के दिन हो या गर्मी का मौसम, किसी भी मौसम में लोगों के घरों में विषैले सांपों का बसेरा हो जाता है, ऐसे में लोग डर में या तो सांप को मार डालते हैं या घर छोड़ने की नौबत आ जाती है। बाजार अतरिया के देवार परिवार को जैसे ही इसकी सूचना मिलती है वे तत्काल सांप का रेस्क्यु करने पहुंच जाते हैं। यही नहीं सांप का रेस्क्यु कर उसे सुरक्षित जंगलों में छोड़ देते हैं जिससे सांप सहित आम नागरिक भी सुरक्षित रहते हैं। बारिश के दिनों में आये दिन किसी न किसी के घर सांप का निकलना आम बात है, इन परिवारों को विषैले सांपों से बचाने का एक अनोखा रिकार्ड देवार परिवार ने बनाया है। कुछ समय पहले बाजार अतरिया में फंदी देवार नाम का एक व्यक्ति रहता था। कहते थे कि उनका नाम फंदी था लेकिन काम फंदी नहीं था। बहरहाल फंदी देवार की मौत हो चुकी है। विरासत के रूप में उनका बेटा राजा देवार उसके काम को संभाल रहा है और समय-समय पर लोगों के घर जाकर जहरीले सांप को निकालने का काम करता है। राजा देवार का कहना है कि उसने अपने जीवन काल में कई सैकड़ों सांप को सुरक्षित घर से निकाल कर जंगलों में छोड़ा है, यही नहीं उनकी बड़ी बहन भी इसी तरह सांप का रेस्क्यू कर उसे जंगल में छोड़ देती है। राजा बताते हैं कि सांप का रेस्क्यू करने के दौरान बड़ी सावधानी रखनी पड़ती है। जहरीले सांपों को उनके बिल से या अन्य कहीं छुपे हुये जगहों से निकलना बहुत बड़ी बहादुरी का काम होता है। ऐसे में इन परिवारों के लिए प्रशासन को कुछ सुविधा मुहैया कराना चाहिए ताकि इन परिवारों को अतिरिक्त सहायता मिल सके। बाजार अतरिया के देवार परिवार आसपास गांव में फेरी लगाकर या कबाड़ी का काम कर अपना जीवन-यापन करते हैं। शासन स्तर पर इन परिवारों के लिए सुविधा मुहैया की जाये ताकि जहरीले सांपों से कई परिवारों को सुरक्षित करने वाले इन देवार परिवारों को भी सुरक्षा मिल सके और ये अपने परिवार का बेहतर भरण-पोषण कर सके।