अंततः आदिवासी नेतृत्व को छत्तीसगढ़ की कमान: विष्णु देव साय के सर होगी CM की ताज़पोशी

सत्यमेव न्यूज़. तमाम अटकलें के बीच अंततः आदिवासी नेतृत्व को छत्तीसगढ़ की कमान सौंपी गई है। छत्तीसगढ़ के अगले मुख्यमंत्री के रूप विष्‍णुदेव साय (Vishnu Deo Sai) को चुना गया हैं, वे अगले सप्ताहांत तक शुभ मुहूर्त में CM की शपथ लेंगे. साय आदिवासी समुदाय से आते हैं और छत्तीसगढ़ प्रदेश के कुनकुरी से विधायक हैं. साय छत्तीसगढ़ के बड़े आदिवासी नेता हैं. भाजपा विधायक दल की बैठक (BJP Legislative Party Meeting) में उनके नाम पर मुहर लगाई गई. उन्‍हें पूर्व मुख्‍यमंत्री रमन सिंह का करीबी माना जाता रहा है. 3 दिसंबर को छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के परिणाम (Chhattisgarh Assembly Election Results) आने के बाद से ही राज्‍य में मुख्‍यमंत्री को लेकर अटकलें लगातार तेज थीं, और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह, केंद्रीय मंत्री रही रेणुका सिंह, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अरुण साव, सांसद से विधायक बनी गोमती साय, कलेक्ट्री छोड़कर रायगढ़ से पहली बार विधायक बने ओपी चौधरी सहित कुछ अन्य भाजपा नेताओं के नाम की चर्चा CM बनने को लेकर लगातार चल रही थी, लेकिन अंततः विष्णु देव साय ने बाजी मारी।
भाजपा नेताओं ने बताया कि रविवार को यहां पार्टी पर्यवेक्षकों की उपस्थिति में पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों के दल ने साय को अपना नेता चुना. उन्होंने बताया कि राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने साय के नाम का प्रस्ताव किया तथा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव और वरिष्ठ नेता बृजमोहन अग्रवाल ने उनका समर्थन किया.

विष्‍णुदेव साय ने अपना राजनीतिक सफर सरपंच से शुरू किया था. साथ ही साय 1990 से लेकर 1998 तक मध्य प्रदेश विधानसभा के सदस्य भी रहे हैं।

छत्तीसगढ़ के अगले मुख्यमंत्री बनने वाले विष्णु देव साय पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई के शासनकाल में केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं. इसके साथ ही साय 1999 में 13वीं लोकसभा के लिए रायगढ़ से निर्वाचित हुए थे. उन्‍हें 2006 में छत्तीसगढ़ में पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था. श्री साय केंद्र में राज्‍य मंत्री भी रह चुके हैं. 

विष्णु देव साय भाजपा की राष्ट्रीय कार्य समिति के भी सदस्य रहे हैं. साथ ही उन्‍हें आरएसएस का भी बेहद करीबी माना जाता है. 

साय पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के करीबी रहे हैं. रमन सिंह 2003 से 2018 तक छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रहे हैं और इस दौरान श्री साय से उनके बेहद गरीबी रिश्ते रहे हैं। श्री साय ने अपना राजनीतिक सफर एक सरपंच के रूप में शुरू किया था. साथ ही श्री साय 1990 से लेकर 1998 तक मध्य प्रदेश विधानसभा के सदस्य भी रह चुके हैं. वहीं 1999 के लोकसभा चुनाव में वे रायगढ़ निर्वाचन क्षेत्र से चुने गये. उन्‍हें 2006 में छत्तीसगढ़ में पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था. विष्णु देव साय केंद्र में राज्‍य मंत्री भी रह चुके हैं और भाजपा की राष्ट्रीय कार्य समिति के भी सदस्य हैं. साथ ही उन्‍हें आरएसएस का भी करीबी माना जाता है.

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